5 Easy Facts About bhoot ki story Described
Wiki Article
उस बच्ची की जान रात को करीब एक बजे गई थी। उसी रात को पास के ही एक गांव की महिला मोहिनी को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। मोहिनी के परिवार वालों ने पूरी विधि के साथ उसे अंतिम विदाई दी। अब बच्ची के परिवार वाले भी उसे दफनाने के लिए जंगल की तरफ निकले।
चरवाहा : सरकार मैं तो दूर से ही चरा रहा था मेरी बकरी कुए के बिल्कुल पास पहुंच चुकी थी और उस भूत ने उसे गायब कर दिया..
एक तो पहले से ही दुबले-पतले, ऊपर से दुगुने राशन की आफत।
उसने मेरे पास आके मेरा बैग उठाया और मेरे आगे-आगे चलने लगा। चलते हुए मैंने एक बात पर गौर किया कि ये इतना चुप-चुप क्यों है। ये जब से मुझे मिला है तब से कुछ नहीं बोला। क्योंकि मेरा दोस्त सोमधर तो बहुत ही बातूनी है और ये तो इतना शांत बड़ी ही अजीब बात है।
मुखिया जी : मैंने तुम लोगों से उस कुएं के पास जाने को मना किया था ..
इससे तुम्हारे मासाजी और मासी बहुत घबरागये और उन्होंने राजेश से दूसरा मकान ढूंढने को कहा। मुम्बई में मकान ढूंढना बहुत मुश्किल है और यह मकान में अन्य जगहों की तरह पानी की कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन फिरभी वे लोग इन भूतों के कारण वह मकान छोड़ना चाहते थे।
एक दिन उसी शोरूम में मालिक की बहन लक्ष्मी बड़े आत्मीय भाव से अकेले शोरूम के एक कमरे में बात कर रही थी। " डैडी , डैडी कहते हुए बात कर रही थी। उसे देख हमने मालिक को बुलाया। वे आये और बोलने लगे,
अचानक, उनके सामने लंबे बालो वाली सफ़ेद साडी में एक आत्मा website प्रकट हुई। यह एक प्राचीन अभिभावक की आत्मा थी जो सदियों से गुफा की रक्षा कर रही थी। आत्मा ने उन्हें बताया यह गुफा श्रापित है, और कुत्ता उसी श्राप का शिकार था।
जब लोग उसका जवाब नहीं देते थे तो पहलवान उसी लोहे के डंडे से लोगों की पिटाई करता था।
गुफा की गहराई में जाने पर, उन्होंने दीवारों पर अजीबोगरीब चित्र देखे, जो डरावने और रहस्यमय थे। उन्हें किसी की उपस्थिति महसूस हो रही थी।
ईमानदारी का इनाम जीवन की एक मूल्यवान कहानी
राम और सोनू ने श्राप तोड़ने और कुत्ते को बचाने का फैसला किया। उन्हें पता चला कि ऐसा करने का एकमात्र तरीका गुफा की गहराई में छिपी एक पहेली को सुलझाना था। अपने दिमाग का इस्तेमाल करके उन्होंने पहेली को समझ लिया और कुत्ते को उसकी पीड़ा से मुक्त करते हुए अभिशाप को तोड़ दिया।
युवक ने अपनी इच्छा बताई कि वह राजा की आत्मा से कुछ अद्भूत रहस्य सीखना चाहता है। राजा की आत्मा मुस्कराई और कहा, “तूने सही समय पर सही जगह आने का निर्णय किया है, युवक। मैं तुझे कुछ रहस्यमय बातें बताऊंगा, पर उनका पालन करना होगा।”
गौरब एक पंडित को लेकर उस घर में जाता है और पूजा पाठ करवाता है। इससे उस आत्मा को उस घर से मुक्ति मिल जाती है और वह गौरब का धन्यवाद करती है। गांब वाले सभी गौरब के इस कारनामे से प्रसन्न होते है और उसे इनाम देते है।